







(पंजाब दैनिक न्यूज़) देश में अब ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले बढ़ कर 32 हो गए हैं.प्रधानमंत्री के यूपी विजिट से पहले प्रोटोकॉल के तहत लखनऊ के कमिश्नर का कोरोना टेस्ट करवाया गया.इसी बीच लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर कोरोना संक्रमित पाए गए. दूसरा सैंपल जांच के लिए भेजा गया है जिसकी रिपोर्ट शनिवार को आएगी.सरकार ने कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के फैलते मामलों को ले लोगों को आगाह किया है. सरकार ने कहा कि मास्क के इस्तेमाल में लापरवाही बरतना जोखिम भरा और अस्वीकार्य है. ऐसा करके लोग अपने साथ ही दूसरों की जान को भी खतरे में डाल रहे हैं. साढ़े तीन वर्षीय बच्ची समेत महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के 7 नए मामले सामने आए हैं. इस बच्ची को ओमिक्रॉन की सबसे कम उम्र की मरीज कहा जा रहा है.इन 7 नए मामलों में से 4 पुणे जिले से हैं. सभी पीड़ित नाइजीरिया से आई भारतीय मूल की 3 महिलाओं के संपर्क में आए थे, जिनमें पहले इस संक्रमण की पुष्टि हुई थी. गुजरात में भी ओमिक्रॉन के दो नए मामले सामने आए हैं.
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी के पॉल ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि देश में मास्क का इस्तेमाल कोरोना वायरस की दूसरी लहर आने के पहले की अवधि की तुलना में कम हो गया है. यह अपने आप में बहुत खतरनाक है. उन्होंने कहा, ‘हम आपको आगाह करते हैं कि अभी मास्क हटाने का वक्त नहीं आया है. इस तरीके से हम फिर से खतरे की स्थिति में आ गए हैं. सुरक्षा क्षमता के नजरिए से हम निचले, जोखिम भरे और अस्वीकार्य स्तर पर हैं. हमें यह याद रखना होगा कि टीके की दोनों खुराक और मास्क अहम हैं.वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि हमें अपनी और आसपास के लोगों की कोविड-19 से रक्षा करने के लिए कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन के मामले सभी वेरिएंट के मामलों के 0.04 प्रतिशत से भी कम हैं. सभी मामले में हल्के लक्षण देखे गए हैं. उन्होंने कहा कि चिकित्सीय रूप से ओमीक्रोन से स्वास्थ्य देखभाल व्यवस्था पर अभी तक बोझ नहीं पड़ रहा है लेकिन सावधानी बरतनी होगी.










