चंडीगढ़ ( पंजाब दैनिक न्यूज़ ) सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ की सड़कों पर ऐसा नजारा पहले कभी नहीं देखा गया था। एकसाथ चमचमाती नई 50 लैंबॉर्गिनी कारें सरपट दौड़तीं नजर आईं। 50 लैंबॉर्गिनी कारों का काफिला जैसे ही शहर की सड़कों पर निकला तो लोगों की आंखें फटी की फटी रह गई। झूं-झूं की आवाज करती इन कारों को हर कोई देखता ही रह गया और यह जानने की कोशिश में था कि यह कारें कहां से आई और कहां जा रही हैं। हम आपको इन कारों के काफिले के बारे में बता रहे हैं। कारों का यह काफिला चंडीगढ़ से पहाड़ों की रानी कहे जाने वाले शहर शिमला के लिए रवाना हुआ है।बता दें कि शहर की सड़कों पर पहली बार लैंबॉर्गिनी कारों काे प्रमोट करने के लिए रैली का आयोजन किया गया। रैली शहर के हयात होटल इंस्ट्रियल एरिया फेज-1 से शुरू हुई जो कि सेक्टर-26 ट्रांसपोर्ट चौक से होते हुए हाउसिंग बोर्ड से शिमला के लिए रवाना हुई। इस रैली में 50 लैंबॉर्गिनी कारों को शामिल किया गया है।
यह सभी कारें गुजरात के अहमदाबाद से मंगवाई गई हैं।बता दें कि यह रैली राजस्थान के जयपुर से शुरू हुई है जोकि शिमला तक जा रही हैं। लैंबॉर्गिनी कारों का यह काफिला शनिवार रात 10 बजे शहर पहुंचा था। वहीं, रविवार को शहर से रैली को हरी झंडी दिखाने के लिए लैंबॉर्गिनी इंडिया के हेड शरद अग्रवाल मौजूद रहे। शरद अग्रवाल ने बताया कि इन कारों का अनुभव अनूठा है। विश्व के विभिन्न देशों में सफल तरीके से यह सड़कों पर दौड़ रही हैं। विदेशों की तर्ज पर इसे भारत की सड़कों पर उतारा गया है।लैंबॉर्गिनी की शुरुआती कीमत ही तीन करोड़ रुपये से ज्यादा है।राजस्थान में सफल ट्रायल के बाद पहुंच रहे है शिमलाश रद अग्रवाल ने बताया कि गाड़ियों का ट्रायल पहले राजस्थान में किया गया है जो कि पूरी तरह से सफल रहा है। रेगिस्तान के सफल ट्रायल के बाद इसे चंडीगढ़ जैसे व्यवस्थित शहर में लेकर आए हैं और अब शिमला जाएंगे क्योंकि वहां पर पहाड़ों का अनुभव अनोखा होने के साथ रोमांच से भरा होगा।