







( पंजाब दैनिक न्यूज़ ) पिछले करीब दो साल से लोग हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल जम कर कर रहे हैं. कोरोना संक्रमण से बचने के लिए हर कोई अपने घरों में इसे रखता है. लेकिन हाल के दिनों में देखा गया है कि वायरस से बचाव के साथ-साथ सैनिटाइज़र कई परिवारों के लिए जी का जंजाल बन गया है. इसका सबसे बड़ा उधारण है हैदराबाद. एक रिपोर्ट के मुताबिक यहां बड़ी संख्या में लोग आत्महत्या करने के लिए सैनिटाइज़र पी रहे हैं.अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक पिछले एक साल के दौरान हैदराबाद में कम से कम 80 लोगों ने हैंड सैनिटाइज़र पी कर आत्महत्या की कोशिश की है. इसके अलावा शहर के आसपास से 20 और केस आए हैं. ये सारे आंकड़े निज़ाम्स इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (NIMS) के हैं.एक आंकड़े के मुताबिक बाजार में इन दिनों 50 फीसदी सैनिटाइज़र नकली है. एक्सपर्ट के मुताबिक सैनिटाइज़र के इस्तेमाल से गैस्ट्रो टेनियल संबंधी मार्ग में जलन होती है. हालांकि रोगी आमतौर पर जीवित रहते हैं, वे बार-बार सर्जरी के एक लंबे चक्र में प्रवेश करते हैं. राज्य के गांधी अस्पताल में आपातकालीन विभाग के एक जूनियर डॉक्टर ने कहा, ‘हॉस्टल में रहने वाले कई युवा, जिन्हें प्यार में असफलता या परीक्षा में विफलता होती है, वे अक्सर आसानी से उपलब्ध किसी भी चीज़ का उपयोग करके आत्महत्या करने की कोशिश करते हैं. आमतौर पर हम व्यापक गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट के जलने के मामलों को देखते हैं, क्योंकि ज्यादातर सैनिटाइटर की एक पूरी बोतल को निगल जाते हैं.’










