(पंजाब दैनिक न्यूज़) वाशिंगटन ने मंगलवार की तड़के अपना पहला कदम उठाया, अमेरिकी व्यक्तियों को अलग हुए क्षेत्रों के साथ किसी भी वित्तीय लेनदेन पर प्रतिबंध लगा दिया, और कहा कि मंगलवार को अधिक प्रतिबंधों की घोषणा की जाएगी. हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि प्रतिबंधों की बार-बार चेतावनी देने के बाद पश्चिम कितनी दूर जाएगा, जो आक्रमण की स्थिति में रूसी अर्थव्यवस्था को गंभीर नुकसान पहुंचाएं.इससे पहले यूक्रेन ने मंगलवार को अपने पश्चिमी सहयोगियों से रूस पर “कड़े प्रतिबंध” लगाने का आग्रह किया. पीएम बोरिस जॉनसन ने कहा है कि ब्रिटेन 5 रूसी बैंकों पर प्रतिबंध लगाएगा. उन्होंने कहा, “ब्रिटेन मॉस्को सेना की तैनाती के बाद पांच रूसी बैंकों, तीन ‘हाई नेट वर्थ वाले व्यक्तियों’ पर प्रतिबंध लगाएगा.” इससे पहले पीएम जॉनसन ने मंगलवार को सुरक्षा प्रमुख के साथ सुबह की बैठक के बाद वादा किया कि संसद में “रूस के खिलाफ ब्रिटेन के आर्थिक प्रतिबंधों के पहले बैराज” का खुलासा किया जाएगा. पीएम जॉनसन ने पत्रकारों से कहा, “ये (प्रतिबंध) रूस को बहुत प्रभावित करेंगे और आक्रमण की स्थिति में हम और भी बहुत कुछ करने जा रहे हैं.”गौरतलब है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थित अलगाववादी दो क्षेत्रों- ‘डोनेट्स्क और लुहान्स्क पीपुल्स रिपब्लिक’’ को एक “स्वतंत्र” देश के तौर पर मान्यता दे दी है. इतना ही नहीं पुतिन ने रूसी बलों को पूर्वी यूक्रेन के अलगाववादी क्षेत्रों में ‘‘शांति बनाए रखने’’ का आदेश दिया है. इस आदेश को दोनों क्षेत्रों में रूसी सेना की तैनाती के तौर पर देखा जा रहा है.
पुतिन के इस फैसले ने यूक्रेन और रूस के तनाव को चरम पर पहुंचा दिया है. वहीं ब्रिटेन के साथ ही संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ ने रूस के खिलाफ सख्त प्रतिबंध लगाने की बात कही है. यूरोपीय संघ की विदेश नीति के प्रमुख जोसेप बोरेल ने कहा कि संघ मंगलवार दोपहर से कदम उठाएगा . बोरेल ने पेरिस में संवाददाताओं से कहा, “हमारी प्रतिक्रिया प्रतिबंधों के रूप में होगी, जिसकी सीमा मंत्री तय करेंगे.”
