(पंजाब दैनिक न्यूज़) किसान मजदूर संघर्ष समिति ने सोमवार को अपनी मांगों को लेकर पंजाब में राज्यव्यापी रेल रोको अभियान की शुरुआत कर दी है। जिसका ज्यादा असर फिरोजपुर डिवीजन से संचालित होने वाली ट्रेनों पर पड़ा है। जानकारी के अनुसार किसानों ने पंजाब के चार स्थानों पर रेलवे ट्रैक जाम किए हैं, इनमें जंडियाला-मानावाला ट्रैक, जालंधर-पठानकोट रेल मार्ग, टांडा उड़मुड़ फिरोजपुर ट्रैक और अमृतसर-खेमकरण रेल मार्ग शामिल हैं। वहीं यात्रियों को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने कुछ रूट डायवर्ट किए हैं। रेल डिवीजन फिरोजपुर के मंडल रेल प्रबंधक सीमा शर्मा ने एक बयान जारी कर कहा कि किसान जत्थेबंदियों के रेल रोको आंदोलन के चलते फिरोजपुर डिवीजन से अन्य दूर-दराज शहरों को चलने वाली पैसेंजर व एक्सप्रेस 39 ट्रेनों को रद्द किया गया है। इसके अलावा दूर दराज शहरों से पंजाब आने वाली तकरीबन 18 ट्रेनों को कई स्टेशनों पर रोका है, जो यहीं से अन्य स्टेशनों को रवाना होंगी। ट्रेनों के नहीं चलने से यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी है। रेल अधिकारियों का कहना है कि फिरोजपुर से बठिंडा, लुधियाना, जालंधर और खेमकरण से भगतावाला को जाने वाली सभी पैसेंजर ट्रेन और वहां से फिरोजपुर और खेमकरण वाली करीब 12 ट्रेनें रद्द की हैं। इसी तरह अमृतसर से दूर-दराज स्टेशन जैसे जयनगर, हावड़ा, नई दिल्ली, चंडीगढ़, मुंबई सेंट्रल व देहरादून को जाने वाली आठ ट्रेनों को रद्द किया है। इसके अलावा जम्मूतवी, वैष्णो देवी कटरा और फिरोजपुर से अन्य स्टेशनों को जाने वाली करीब 19 ट्रेनें रद्द की हैं। दिल्ली, मुंबई और अन्य शहरों से पंजाब आने वाली 18 ट्रेनों को विभिन्न स्टेशनों पर रोका है।
चंडीगढ़ की तीन ट्रेनें रद्द
रेल रोको आंदोलन का असर चंडीगढ़ की तीन ट्रेनों पर पड़ा है। इनमें पश्चिम एक्सप्रेस, सचखंड एक्सप्रेस और चंडीगढ़-अमृतसर एक्सप्रेस शामिल हैं। यह तीनों ट्रेनें 20 दिसंबर को रद्द कर दी गई हैं। चंडीगढ़ से पंजाब जाने वाली ट्रेनों का संचालन बंद होने की वजह से हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा, क्योंकि तीन ट्रेनों को बिना सूचना रद्द कर दिया गया, जिसके चलते चंडीगढ़ से अमृतसर, धार्मिक स्थल श्री नांदेड़ साहिब, भोपाल, आगरा कैंट, औरंगाबाद, ग्वालियर, मथुरा, झांसी, लुधियाना, जालंधर जाने वाले यात्रियों को बीच रास्ते चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर उतरना पड़ा। काफी देर तक यात्री रेलवे स्टेशन पर ही खड़े रहे, क्योंकि उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि वे अपने घर तक पहुंचने के लिए विकल्प क्या चुने। इसके बाद स्टेशन पर खड़े जीआरपी और आरपीएफ के मुलाजिमों ने लोगों को जानकारी दी कि वे कहां से बस ले सकते हैं। वहीं रेलवे ने सूचना दी कि रेल ट्रैक बाधित होने की वजह से ट्रेनों को रद्द कर दिया गया।