







जालंधर पंजाब दैनिक न्यूज़ (मुनीष तोखी) भारतीय सेना पड़ोसी देश से पैदा होने वाले किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए देश को तैयार रखने के लिए आपरेशन शील्ड के अंतर्गत सीमावर्ती इलाकों में नागरिकों को लगातार जागरूक कर रही है। इसी कड़ी में डीजीएनसीसी, नई दिल्ली व कर्नल विनोद जोशी, कमांडिंग अफसर, 2 पंजाब बटालियन, एनसीसी, जालंधर के दिशा निर्देशों के अंतर्गत लेफ्टिनेंट कुलदीप शर्मा के नेतृत्व में आज सरकारी आईटीआई मेहरचंद, जालंधर में एनसीसी कैडेटस ने मॉक ड्रिल का अभ्यास किया। इस मॉकड्रिल में डीएवी कॉलेज व डेवीएट कॉलेज जालंधर के कैडेटस भी शामिल रहे। मॉकड्रिल की जानकारी देते हुए लेफ्टिनेंट कुलदीप शर्मा ने बताया कि इस मॉकड्रिल में कॉलेज के स्टूडेंटस सहित 52 कैडेटस को इमरजेंसी या युद्व के समय घायलों को किस तरह से रेस्क्यू किया जाता है और उन्हें प्राथमिक चिकित्सा किस तरह दी जाती है, के बारे में गहन ट्रेनिंग दी गई। कैडेटस ने सभी तरह की ड्रिल का पूरी गंभीरता से अभ्यास किया और अपने आप को भविष्य में किसी भी विकट स्थिति के लिए तैयार किया। उन्होंने आगे बताया की ऑपरेशन शील्ड के अंतर्गत भारत सरकार ने जालंधर सहित पंजाब के सीमावर्ती जिलों को सिविल डिफेंस जिला घोषित किया हुआ है। मॉकड्रिल में कैडेटस ने एमरजेंसी सिचुएशन के लिए अपनी तैयारी को मजबूत किया और सेना के रिस्पांस सिस्टम को मजबूत बनाने में योगदान दिया। याद रहे कि भारतीय सेना द्वारा एनसीसी कैडेटस की सहायता से 7 मई को भी ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ऑपरेशन अभ्यास के तहत इसी तरह की मॉकड्रिल का अभ्यास किया गया था। इस मॉक ड्रिल के सफ़ल आयोजन में कॉलेज के प्रिंसिपल श्री जसमिंदर सिंह, लेफ्टीनेंट जसविंदर ढिल्लों, सीटीओ सुनील ठाकुर, नायाब सूबेदार कुलदीप सिंह, हवलदार सुमित राणा व अन्य शिक्षकों का अहम योगदान रहा।










