

केदारनाथ (पंजाब दैनिक न्यूज़) केदारनाथ धाम के ऊपर सुमेरु पर्वत पर रविवार सुबह हिमस्खलन हो गया। बर्फ का गुबार देखकर कुछ देर के लिए तीर्थयात्रियों की सांसें अटक गई। हालांकि, हिमस्खलन से किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ। क्षेत्र में बहने वाली सरस्वती और मंदाकिनी नदी के जलस्तर में भी किसी तरह की बढ़ोतरी नहीं हुई। उच्च हिमालयी क्षेत्र में अक्सर हिमस्खलन की घटनाएं होती रहती हैं। केदारनाथ में इस वर्ष हिमस्खलन की यह 11वीं घटना है।घटना सुबह करीब साढ़े सात बजे की है। केदारनाथ मंदिर के ठीक पीछे करीब छह किमी दूर सुमेरु पर्वत पर हिमखंड टूट गया। इससे बड़ी मात्रा में बर्फ पहाड़ी से टूटकर नीचे गिरी। इस कारण लगभग 10 मिनट तक बर्फ का गुबार उठता रहा। यह घटना केदारनाथ मंदिर, रुद्रा प्वाइंट और बेस कैंप से साफ दिखाई दी। धाम में मौजूद श्रद्धालु, व्यापारी और स्थानीय निवासी यह देखकर रोमांचित हो उठे। बड़ी संख्या में लोगों ने इस घटना को मोबाइल में कैद किया। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने कहा कि उच्च हिमालयी क्षेत्र में यह सामान्य घटना है। कई बार वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी देहरादून भी यह स्पष्ट कर चुका है। यह घटना मौसम परिवर्तन के दौरान अधिक होती है,गनीमत रही कि एवलांच केदारनाथ धाम से दूर होने के कारण जान-माल का नुकसान नहीं हुआ
