(पंजाब दैनिक न्यूज़) झारखंड के देवघर में हुए हृदयविदारक रोपवे हादसे के बाद केंद्र ने एजवाइजरी जारी की है. एडवाइजरी में रोपवे प्रोजेक्ट के ऑपरेशन और मेंटनेंस को बिल्कुल मानकों पर संचालित करने का निर्देश दिया गया है ताकि भविष्य में ऐसा हादसा फिर न हो. केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों के मुख्य सचिव को जारी किए निर्देश में कहा है कि राज्य सरकार सेफ्टी ऑडिट के लिए किसी क्वालिफाइड कंपनी को नियुक्त करे. इसके साथ ही हर रोप वे प्रोजेक्ट की देखरेख के लिए मैनुअल तैयार करने का भी निर्देश दिया गया है.देवघर रोपवे दुर्घटना के बाद केंद्र ने मंगलवार को सभी राज्यों से प्रत्येक रोपवे प्रोजेक्ट के सुरक्षा ऑडिट करने और ऐसी आपात स्थितियों से निपटने के लिए मानक संचालन प्रक्रियाओं को लागू करने को कहा. सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भेजे गए पत्र में गृह सचिव अजय भल्ला ने यह भी कहा कि प्रत्येक रोपवे प्रोजेक्ट के लिए, एक रखरखाव नियमावली और कार्यक्रम होना चाहिए ताकि सुरक्षा मानक अच्छे उद्योग व्यवहार के अनुरूप हों और ऐसी घटना दोबारा न हो.पत्र में कहा गया है कि रोपवे का संचालन करने वाली संस्था को रखरखाव कार्यक्रम के हिस्से के रूप में की गई सभी गतिविधियों का रिकॉर्ड रखना चाहिए. राज्य सरकार को प्रत्येक रोपवे प्रोजेक्ट की सुरक्षा ऑडिट करने के लिए एक अनुभवी और योग्य फर्म या संगठन को नियुक्त करना चाहिए. रोपवे का संचालन करने वाली इकाई को ऑडिट के मुद्दों का अवलोकन करना चाहिए.गृह सचिव ने कहा कि रोपवे प्रोजेक्ट के संचालन और रखरखाव के लिए निर्धारित बीआईएस मानकों का ईमानदारी से पालन किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि इस संबंध में आवश्यक मार्गदर्शन राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम (एनएचआईडीसीएल) से लिया जा सकता है, जो भारत सरकार के सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के तहत नोडल संगठन है. उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि रोपवे से जुड़ी आकस्मिक स्थितियों से निपटने के लिए मॉक ड्रिल, मॉक अभ्यास समय-समय पर आयोजित किए जाएं.याद दिला दें कि झारखंड के देवघर में रोपवे हादसे के बाद करीब 46 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला था. इस लंबे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद 47 लोगों को बचाया गया था. इस दौरान 2 महिला समेत तीन लोगों की मौत भी हो गई थी.
