







केदारनाथ (पंजाब दैनिक न्यूज़) केदारनाथ के पास बादल फटने से मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ गया है. जगह-जगह रास्ते भी बंद हैं. ऐसे में चारधाम यात्रा कर रहे यात्री सुरक्षित जगहों पर ठहरें और मौसम विभाग के पूर्वानुमान को चेक करते रहें.अगर आप चारधाम यात्रा पर जा रहे हैं, तो अभी फिलहाल अपनी यात्रा को टाल दें. उत्तराखंड शासन ने श्रद्धालुओं और तीर्थयात्रियों एक महत्वपूर्ण अपील जारी की है. सूबे के डीजीपी अभिनव कुमार ने एक लैटर जारी कर कहा है कि मौसम विभाग ने उत्तराखंड के अधिकांश जनपदों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. आपकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है. आपसे अनुरोध है कृपया सावधानी बरतें और कुछ विराम के बाद अपनी यात्रा शुरू करें. सुरक्षित स्थानों पर रुकें और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें. निरंतर मौसम चेक करते रहें और सुरक्षा को प्राथमिकता दें.चारधाम यात्रा वाले श्रद्धालु सुरक्षित स्थानों पर ही कुछ दिन रुके रहें और मौसम साफ होने के बाद ही अपनी यात्रा शुरू करें. दरअसल, इस वक्त उत्तराखंड भारी बारिश और भूस्खलन के चपेट में है. बुधवार देर रात केदारनाथ पैदल मार्ग पर जंगलचट्टी से भीमबली के बीच लिंचोली के पास बादल फटने से मंदाकिनी नदी का जलस्तर खतरे के निशाने से ऊपर बह रहा है. जिला प्रशासन ने गौरीकुंड और सोनप्रयाग में होटल और लॉज के साथ ही बाजार को खाली करवाया है. तप्तकुंड और केदारनाथ पैदल मार्ग को करीब 25 मीटर हिस्सा बह गया है. मंदाकिनी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे अधिकांश जगहों पर भूस्खलन व भू-धंसाव होने से अति संवेदनशील हो गया है. ऐसे में इस वक्त केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा करने वाले श्रद्धालु सुरक्षित जगहों पर ठहरें और मौसम विभाग के पूर्वानुमान के बाद ही अपनी यात्रा शुरू करें.केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री उच्च हिमालयी क्षेत्रों में स्थित चारधाम है. इस वक्त चारधाम यात्रा चल रही है और देशभर के श्रद्धालु इन जगहों के दर्शन के लिए उत्तराखंड में है. गुरुवार को भी मौसम विभाग ने सूबे के सभी जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है और पूर्वानुमान जारी किया है. प्रशासन ने भी टूरिस्टों को उच्च हिमालयी क्षेत्रों की यात्रा न करने की सलाह दी है.










