नई दिल्ली (पंजाब दैनिक न्यूज़ ) इस समय की बड़ी खबर सामने आ रही है I किसानों और सरकार के बीच विभिन्न मांगों को लेकर जारी गतिरोध के बीच किसानों और केंद्र के बीच आज गुरुवार को तीसरे दौर की बैठक चंडीगढ़ में होगी। जानकारी के अनुसार केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा, केंद्रीय मंत्री पीयूष घोयल और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय किसान नेताओं के साथ बैठक करेंगे। बैठक वीरवार शाम 5 बजे होगी। सूत्रों के मुताबिक किसानों के साथ बैठक से पहले बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने किसानों के चल रहे विरोध प्रदर्शन और मुद्दों के समाधान के तरीकों पर चर्चा की। पंजाब-हरियाणा के बॉर्डर पर झड़प के बाद बुधवार को किसान एक बार फिर से दिल्ली की ओर अपना मार्च निकाला। किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च को पंजाब और हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर रोक लिया गया। किसानों को रोकने और उन्हें तितर-बितर करने के लिए मंगलवार को पुलिस की ओर से आंसू गैस के गोले दागे गए थे। सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं। कई प्रमुख सड़कों तक किसान न पहुंच पाएं, इसके लिए धातु और कंक्रीट के बैरिकेड लगाए गए हैं। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे किसान अपनी मांगों पर केंद्र सरकार के साथ नए सिरे से बातचीत के लिए तैयार हो गए हैं। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने बुधवार को कहा कि वे फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर केंद्र के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं।
डल्लेवाल ने मीडिया में आई खबरों का हवाला देते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने अपने बयान में कहा है कि केंद्र किसानों के साथ बातचीत के लिए तैयार है। सरकार किसानों के मुद्दों को हल करने के लिए भी तैयार है। डल्लेवाल ने शंभू बार्डर पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा, “हम केंद्र सरकार को यह कहने के लिए कोई गुंजाइश नहीं देना चाहते कि वह हमें आमंत्रित कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया। जिसे हमने स्वीकार कर लिया है और हम बातचीत के लिए तैयार हैं।” उन्होंने कहा कि किसान नेताओं ने सरकार के साथ बातचीत के लिए साथी किसानों की सहमति ली है। भारतीय किसान यूनियन (एकता सिधुपुर) के अध्यक्ष डल्लेवाल ने कहा, “उनकी सहमति के बाद हम बातचीत करेंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के साथ मिलकर शुक्रवार 16 फरवरी को भारत बंद का आह्वान किया है। यह आह्वान तब किया गया है, जब पंजाब से मार्च कर रहे सैकड़ों किसानों को अंबाला के पास हरियाणा की सीमा पर रोक दिया गया है। भारत बंद का ऐलान केंद्र सरकार से अपनी मांगों को लेकर दबाव बनाने के लिए किया जा रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर- राजनीतिक) ने सभी समान विचारधारा वाले किसान संगठनों से एकजुट होने और भारत बंद में भाग लेने का आग्रह किया है। भारत बंद के तहत विरोध-प्रदर्शन सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक चलेगा।