

मुकेरियां पंजाब दैनिक न्यूज़ (कमल रत्तू ) हिमाचल प्रदेश में हुई भारी बारिश के बाद भाखड़ा और पौंग बांध से पानी छोड़ने के कारण पंजाब के पांच जिले होशियारपुर, रूपनगर, गुरदासपुर, कपूरथला और फिरोजपुर फिर से बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। होशियारपुर में स्थिति ज्यादा खराब हो गई है। यहां बचाव के लिए सेना और एनडीआरएफ को उतारना पड़ा है। विशेष अभियान के दौरान कुल 766 लोगों को बचाया गया। इनमें से 213 को हेलीकॉप्टर, 422 को बोट और 131 लोगों को अन्य माध्यमों से निकाला गया। ब्यास और सतलुज किनारे के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। ब्यास नदी के पानी ने दर्जनों गांवों में तबाही मचाई है। कई जगहों पर नदी का रुख बदल गया है, जिससे गांव पूरी तरह बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। होशियारपुर के गांव बेला ठाकरां और मंड सनूर में कच्चे बांध टूटने से पानी गांवों में घुस गया है। गांव बेला लुध्यादचान, हलेढ़, पराल, रियाली, मंड बढ़पुर गांवों में भी पानी भरने से कई परिवारों को हेलीकॉप्टर से निकाला गया।लोगों को सरकारी स्कूलों, सत्संग घरों में शिफ्ट किया गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन में एयरफोर्स के 2 एमआई-17 हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं। पंजाब के साथ लगते इंदौरा उपमंडल में भी 493 लोगों को बचाया गया है। कांगड़ा के डीसी डॉ. निपुण जिंदल ने इसकी पुष्टि की है। होशियारपुर के मुकेरियां में गांव मोतला, हलेड जनार्दन, कोलियां कुलियां, महिताबपुर के लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। यहां पर लोगों के खाने के लाले पड़ गए हैं। पशुओं के लिए चारा भी नहीं है। गांव हलेड जनार्दन के 100 परिवार, मोतला के 25 और गांव कुलियां के करीब 50 परिवार मियाणी के ज्यादातर लोग अलग-अलग गांवों में और अपने रिश्तेदारों के घरों पर रह रहे हैं ।पंजाब में अगले चार दिन मौसम मुख्यता शुष्क रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक इस दौरान कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। बुधवार को पंजाब में केवल अमृतसर में 10.0 एमएम व लुधियाना में 0.3 एमएम की बारिश दर्ज की गई।
