(पंजाब दैनिक न्यूज़) सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक के हिजाब मामले की सुनवाई करने से इनकार कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कर्नाटक हाई कोर्ट में अभी सुनवाई चल रही है और मामले पर हमारी नजर है.सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की हिजाब मामले की याचिका हिजाब मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सही समय आने पर इस केस की सुनवाई की जाएगी. अभी ये मामला हाई कोर्ट में है. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने दूसरी बार हिजाब मामले की सुनवाई से इनकार किया है. पहले भी ये मामला सुप्रीम कोर्ट के सामने लाया जा चुका है.हिजाब मामले को धार्मिक और राजनीतिक न बनाएं.सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि वह देख रहा है कि कर्नाटक में क्या हो रहा है? सुप्रीम कोर्ट ने वकीलों से कहा कि इसे राष्ट्रीय स्तर का मुद्दा न बनाएं और वह उचित समय पर हस्तक्षेप करेगा. हिजाब मामले को धार्मिक और राजनीतिक न बनाएं.बता दें कि कर्नाटक हाई कोर्ट ने हाल ही में अंतरिम आदेश जारी किया था कि अगले आदेश तक स्कूलों को दोबारा खोला जाए और तब तक स्कूलों में धार्मिक पहनावे पर रोक लगाई जाए. हाई कोर्ट के इसी आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी.जान लें कि कर्नाटक हाई कोर्ट में तीन जजों की बेंच हिजाब मामले की सुनवाई कर रही है. इस बेंच में चीफ जस्टिस ऋतु राज अवस्थी, जे एम खाजी और जस्टिस कृष्णा ए दीक्षित शामिल हैं.गौरतलब है कि कर्नाटक हाई कोर्ट में उडुपी के एक कॉलेज की स्टूडेंट फातिमा बुशरा ने कर्नाटक सरकार के आदेश को चुनौती देते हुए याचिका दायर की है, जिसमें स्टूडेंट्स के ड्रेस कोड को लेकर गाइडलाइंस जारी की गई हैं.
जान ले कि – 31 दिसंबर 2021 : उडुपी के सरकारी पीयू कॉलेज में हिजाब पहनकर आई 6 छात्राओं को क्लास में आने से रोक दिया गया. कॉलेज के बाहर प्रदर्शन शुरू हो गया.
– 19 जनवरी 2022 : कॉलेज प्रशासन ने छात्राओं, उनके माता-पिता और अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक का कोई नतीजा नहीं निकला.
– 26 जनवरी 2022 : फिर बैठक हुई. उडुपी के विधायक रघुपति भट ने कहा कि जो छात्राएं बिना हिजाब के नहीं आ सकतीं, वो ऑनलाइन पढ़ाई करें.
– 27 जनवरी 2022 : छात्राओं ने ऑनलाइन क्लास अटेंड करने से मना किया.
– 2 फरवरी 2022 : उडुपी के ही कुंडापुर इलाके में स्थित सरकारी कॉलेज में भी हिजाब विवाद गर्माया. हिंदू छात्र और छात्राएं हिजाब के जवाब में भगवा गमछा पहनकर कॉलेज आए.
– 3 फरवरी 2022 : कुंडापुर के सरकारी पीयू कॉलेज में हिजाब पहनकर आई छात्राओं को रोका गया.
– 5 फरवरी 2022 : हिजाब पहनकर आ रही छात्राओं के समर्थन में राहुल गांधी उतरे. उन्होंने ट्वीट किया, हिजाब को शिक्षा के रास्ते में लाकर भारत की बेटियों का भविष्य छीना जा रहा है.
– 8 फरवरी 2022 : कर्नाटक में कई जगहों पर झड़पें हुईं. शिमोगा का एक वीडियो आया जिसमें एक कॉलेज के छात्र तिरंगे के पोल पर भगवा झंडा लगाते दिखे. कई जगहों से पथराव की खबरें भी आईं. मांड्या में बुर्का पहनी एक छात्रा से बदसलूकी की गई. उसके सामने भगवा गमछा पहने छात्रों ने ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए.
कर्नाटक में हिजाब पहनने को लेकर विवाद नया नहीं है. यहां पहले भी ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2009 में बंटवाल के एसवीएस कॉलेज में ऐसा मामला सामने आया था.
– उसके बाद 2016 में बेल्लारे के डॉ. शिवराम करांत सरकारी कॉलेज में भी हिजाब को लेकर विवाद हुआ था. उसी साल श्रीनिवाल कॉलेज में भी विवाद हुआ था. 2018 में भी सेंट एग्नेस कॉलेज में बवाल हुआ था.
– जैसा आज उडुपी में हो रहा है, वैसा ही बेल्लारे में भी हुआ था. उस समय कई छात्रों ने हिजाब पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर भगवा गमछा पहनकर प्रदर्शन किया था.- 5 फरवरी को राज्य सरकार ने कर्नाटक एजुकेशन एक्ट 1983 की धारा 133(2) को लागू कर दिया. इसके मुताबिक, सभी छात्र-छात्राओं को तय ड्रेस कोड पहनकर ही आना होगा.
– आदेश के मुताबिक, सभी सरकारी स्कूलों में तय ड्रेस कोड का पालन करना होगा. वहीं, निजी स्कूलों के स्टूडेंट्स को भी तय यूनिफॉर्म ही पहनकर आनी होगी.
– आदेश में ये भी कहा गया है कि अगर किसी स्कूल या कॉलेज में कोई ड्रेस कोड नहीं है तो स्टूडेंट्स ऐसे कपड़े पहनकर नहीं आ सकते जिससे सामुदायिक सौहार्द्र, समानता और शांति व्यवस्था को खतरा हो.
