जालंधर पंजाब दैनिक न्यूज़ (अनिल कुमार) बाहु साहब भवर, सन्यासी साइकिलिस्ट (साइकिल चालक) अपनी भारतीय यात्रा दौरान आज लायलपुर खालसा कॉलेज पहुंचे। बाहु साहब महाराष्ट्र से संबंधित हैं और सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ संदेश देने के लिए अब तक पांच बार पूरे भारत का भ्रमण साइकिल पर कर चुके हैं। अब वह छठी बार यह यात्रा कर रहे हैं। उनकी यात्रा का उद्देश्य दहेज प्रथा, कन्या भ्रूण हत्या और ड्रग्स को खत्म करने के लिए देश के नौजवानों से सीधी बात करनी है। इसके लिए वह इस समय पंजाब के अलग-अलग शिक्षण संस्थानों में जा रहे हैं और विद्यार्थियों से बातचीत करके उनको इन सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जागरूक करने की कोशिश कर रहे हैं। लायलपुर खालसा कॉलेज पहुंचने पर उनका स्वागत प्रिंसिपल डॉक्टर जसपाल सिंह ने किया। उनके साथ 2 पंजाब एन सी सी के कमांडिंग आफिसर कर्नल विनोद जोशी भी थे। कॉलेज के एनसीसी (आर्मी और एयर विंग), एन एस एस वॉलिंटियर्स और विद्यार्थियों से संबोधित होते हुए उन्होंने कहा कि वह 1993 से भारत की यात्रा कर रहे हैं। वह जहां सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ बोलते हैं वही देश में धर्मनिरपेक्षता और राष्ट्रीय एकता का प्रचार भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि कन्या भ्रूण हत्या का मुख्य कारण दहेज प्रथा है। यदि यह प्रथा खत्म हो जाए तो कन्या भ्रूण हत्या भी खत्म हो जाएगी। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि वह हर रोज 50 से 60 किलोमीटर का सफर तय करते हैं। उनका बसेरा गुरुद्वारा, मंदिर और आर्मी के कैंट होते हैं। साइंस और सूचना टेक्नोलॉजी के इस दौर में भी वह कोई मोबाइल फोन नहीं रखते, उनका कोई बैंक अकाउंट भी नहीं है और वह एक सन्यासी की तरह अपनी यात्रा करते हैं। उन्होंने कैडेट्स को बताया कि आर्मी ने एक संस्था की तरह उनकी इस उद्देश्य में बहुत सहायता की है। कमांडिंग आफिसर कर्नल विनोद जोशी ने भी कैडेट्स के समक्ष अपने विचार रखें। इस अवसर पर कैडेट्स के इलावा इतिहास विभाग के मुखी डॉ. सुमन चोपड़ा, एनसीसी के इंचार्ज डॉ. करणवीर सिंह, एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर डॉ.अमनदीप कौर और आर्मी के जवान हाजिर थे।